राजशाही को बीते एक जमाना हो गया है परन्तु उनके तोर तरीके रहने के ढंग उनकी जीवन शैली आज भी लोग जानना चाहते हैं राज्यों के बीच होट युद्ध सिंघासन को लेकर अपने ही परिवार वालों के मध्य रची जाती शाजिश इन सभी मैं एक तरीका बहुत जयादा चलता था वह था । खाने मैं जहर मिला कर राजा को मारना । इस वजह से उनको यह जानना बहुत आवश्यक रहता था की उनके भोजन मैं कोई जहर तो नहीं हैं अतः इस सब का उस काल मैं एक बेहतरीन उपाय खोजा गया एक ऐसा प्याला जो यदि भोजन मैं जहर हैं तो उसे इस प्याले मैं डालने पर उस खाने का रंग बदल जाता था या जहर उस प्याले के मध्य मैं इकठ्ठा हो जाता था जो प्याले के मध्य मैं दिखाई देता था अगर जहर की तीव्रता बहुत अधिक होती थी तो यह प्याला टूट जाता था राजघरानों मैं
यह प्याले बहुत मात्रा मैं थे परन्तु समय के साथ इनको बनाने की विधि तो विलुप्त हो ही गयी वरन ये भी गायब हो गए इसके एक जानकार से जब हमारी मुलाक़ात हुई तो उन्होंने बताया की यह प्याले कई प्रकार के मसालों से बने हैं जिस कारण यह प्याले सभी जहर पर प्रतिक्रिया दिखाते हैं हमने जब एक प्याले का जांचा ताबी एक कीटनाशक इस मैं डाला तो देखा कर दंग रह गए सारा कीटनाशक इस के मध्य मैं एकत्रित हो गया और पानी का रंग साफ़ हो गया हम इसे देख कर सोच रहे थे की काश इस तरह की तकनीकी आज के समय मैं होती
यह प्याले बहुत मात्रा मैं थे परन्तु समय के साथ इनको बनाने की विधि तो विलुप्त हो ही गयी वरन ये भी गायब हो गए इसके एक जानकार से जब हमारी मुलाक़ात हुई तो उन्होंने बताया की यह प्याले कई प्रकार के मसालों से बने हैं जिस कारण यह प्याले सभी जहर पर प्रतिक्रिया दिखाते हैं हमने जब एक प्याले का जांचा ताबी एक कीटनाशक इस मैं डाला तो देखा कर दंग रह गए सारा कीटनाशक इस के मध्य मैं एकत्रित हो गया और पानी का रंग साफ़ हो गया हम इसे देख कर सोच रहे थे की काश इस तरह की तकनीकी आज के समय मैं होती
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